सूरत के उमरा इलाके में हनीट्रैप का शिकार बने 45 वर्षीय कॉन्ट्रैक्टर से नकली पुलिसकर्मियों ने 20 लाख रुपये की मांग की और सौदेबाजी के बाद 5 लाख रुपये वसूल लिए। पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है।
घटना का विवरण:
- जाल में फंसाना:
- अडाजन के कॉन्ट्रैक्टर को अमानउल्लाह शेख ने पार्ले पॉइंट स्थित वृंदावन कॉम्प्लेक्स में काम के बहाने बुलाया।
- अमान ने कॉन्ट्रैक्टर को एक कमरे में भेजा, जहां पहले से एक युवती मौजूद थी।
- अमान बाहर निकलते ही नकली पुलिसकर्मी कमरे में घुस गए।
- ब्लैकमेलिंग की शुरुआत:
- नकली पुलिसकर्मियों ने कॉन्ट्रैक्टर को थप्पड़ मारे, उसे हथकड़ी पहनाई, और उसकी नग्न तस्वीरें खींची।
- उन्होंने उसे रेप केस में फंसाने की धमकी देते हुए 20 लाख रुपये की मांग की।
- सौदेबाजी के बाद 5 लाख रुपये में मामला तय किया गया।
- रकम का लेन-देन:
- कॉन्ट्रैक्टर ने अपने दोस्त से 5 लाख रुपये मंगवाए।
- सरगम शॉपिंग सेंटर के पास रिक्षा चालक सुमित को पैसे सौंपे गए।
पुलिस की कार्रवाई:
- कॉन्ट्रैक्टर की शिकायत पर उमरा पुलिस ने नकली PSI और उसके साथियों सहित कुल 6 लोगों पर मामला दर्ज किया।
- गिरफ्तार आरोपियों में:
- अमित मनसुख ठक्कर (नकली PSI)
- विजय मणिलाल माली (फर्जी डी-स्टाफ)
- अल्पेश जगदीश पटेल
- अमानउल्लाह शेख
- दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
घटना से सबक और चेतावनी:
इस घटना ने नकली पुलिस और हनीट्रैप गैंग की कार्यप्रणाली को उजागर किया है। पुलिस ने जनता को सतर्क रहने और इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए सावधान किया है।पुलिस की तत्परता से कार्रवाई ने गैंग का पर्दाफाश किया, लेकिन यह घटना यह दर्शाती है कि किस तरह अपराधी पुलिस की छवि का दुरुपयोग कर लोगों को ब्लैकमेल कर रहे हैं।