सूरत, सूरत के मिलेनियम टेक्सटाइल मार्केट में दोपहर 12 बजे एक विशेष फायर मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य मार्केट में कार्यरत व्यापारियों, कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों को आग जैसी आपात स्थितियों में सतर्कता और बचाव की जानकारी देना रहा।

कार्यक्रम का आयोजन फोस्टा द्वारा किया गया, जिसमें गांधीनगर से आई एक्सपर्ट टीम ने भाग लिया और प्रशिक्षण को दो भागों में बांटा—सैद्धांतिक और व्यावहारिक सत्र।
सीपीआर यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन का प्रशिक्षण इस मॉकड्रिल का प्रमुख आकर्षण रहा। प्रशिक्षकों ने डमी मानव पुतलों पर लाइव डेमो के माध्यम से बताया कि हृदय गति रुकने या सांस रुकने की स्थिति में व्यक्ति की जान कैसे बचाई जा सकती है। प्रक्रिया के पांच मुख्य चरणों को विस्तार से समझाया गया—जांच, कॉल, छाती पर दबाव, सांस देना और तब तक CPR करते रहना जब तक मदद न पहुंचे।
इसके अलावा, प्राथमिक उपचार की जानकारी भी दी गई, खासतौर पर धुएं या जहरीली गैस से दम घुटने की स्थिति में पीड़ित को ताजी हवा में ले जाकर कपड़े ढीले करना और जरूरत पड़ने पर CPR देना सिखाया गया।
मॉकड्रिल का एक और मुख्य आकर्षण था रस्सी रेस्क्यू ट्रेनिंग।
विशेषज्ञों ने बताया कि ऊँची इमारतों में आग लगने की स्थिति में रस्सियों और गांठों का उपयोग कितना जरूरी होता है।स्क्वेयर नॉट, फिगर-8 नॉट और बो-लाइन नॉट जैसी गांठों के सही उपयोग और तकनीक पर प्रतिभागियों को अभ्यास भी कराया गया।
लाइव डेमो के साथ सभी ने न केवल देखा बल्कि स्वयं भी गांठ बांधकर और CPR करके सीखा कि आपात स्थिति में कैसे जान बचाई जा सकती है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में व्यापारी, मैनेजर्स और सुरक्षाकर्मी उपस्थित रहे।फोस्टा की इस पहल की चारों ओर सराहना हो रही है।