बलिया (एजेंसी)। उत्तरप्रदेश सरकार मृतक पत्रकार रतन सिंह की पत्नी को संविदा पर नौकरी देगी और मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये का आर्थिक मुआवजा दिया जाएगा। पत्रकार के परिवार को, कृषि दुर्घटना बीमा के तहत 5 लाख रुपये तत्काल देने का ऐलान किया है।
सरकार ने यह भी कहा कि संविदा की नौकरी को जल्द स्थायी कर दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग या अन्य किसी विभाग में विभागीय प्रक्रिया पूरा कर तत्काल नौकरी दी जाएगी। वारदात के बाद एसएचओ फेफना शशिमौली पांडेय पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
इससे पहले फेफना थानाध्यक्ष शशिमौलि पांडेय को सस्पेंड करने के साथ ही मुकदमा दर्ज करने की मांग भी रखी गई थी। मांगों को लेकर आक्रोशित पत्रकारों ने एनएच-31 को जाम कर दिया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने फेफना थाने के स्टाफ को लाइन हाजिर करने का भरोसा रतन के परिवारवालों को दिलाया है।
साथ ही इंस्पेक्टर शशिमौलि की इस हत्या में भूमिका की जांच किए जाने का आश्वासन भी दिया।पत्रकार रतन सिंह के परिवारवालों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद ही अंतिम संस्कार करने की बात कही थी। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने मुख्यमंत्री से मुकालात कराने का आश्वासन दिया।
जिसके बाद रतन के परिजन अंतिम संस्कार को तैयार हो गए। वहीं इस हत्याकांड को लेकर राजनीति दल भी सक्रिय हो गए हैं।समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बलिया-लखनऊ हाइवे को जाम कर दिया।