वाराणसी की कमिश्नरेट पुलिस में इंस्पेक्टर से लेकर दरोगाओं ने खाकी वर्दी को खूब दागदार किया। भेलूपुर थानाध्यक्ष ने अपने थाने में ही सिपाही दरोगाओं के साथ मिलकर गैंग बनाया तो नदेसर चौकी इंचार्ज ने प्राइवेट लोगों के साथ अपनी क्राइम ब्रांच बना ली। सारनाथ थानाध्यक्ष ने युवक को सीएम का OSD बनाकर 40 लाख पार कर दिए।
काशी में भ्रष्टाचारी पुलिसकर्मियों का इतिहास पुराना है। अपना प्राइवेट गैंग बनाकर लाखों लूटने वाले इंस्पेक्टर और दरोगाओं समेत छह वर्दीधारी जेल में हैं। भ्रष्टाचारी दरोगा-सिपाही जमानत पर है और बहाली के बाद कई कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं। कमिश्नरेट के 55 पुलिसकर्मी निलंबित और छह पुलिस कर्मी जेल भेजे गए और पांच पुलिस सेवा से बर्खास्त हुए हैं।