सूरत, लिंबायत के नारायण नगर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में स्थित यश वीविंग, सूर्य किरण वेव्स और आर.वी. फैब्रिक्स नामक कपड़ा इकाइयों में 17 और 9 साल से काम कर रहे दो अकाउंटेंट्स ने 1.37 करोड़ रुपये से अधिक का कपड़ा गबन किया। जब उनसे वसूली की कोशिश की गई, तो एक ने जहर पीकर आत्महत्या करने और मालिकों को फंसाने की धमकी दी, जिससे मामला पुलिस स्टेशन तक पहुंचा।
मामला कैसे सामने आया ? पुलिस सूत्रों के अनुसार, कापोद्र के गणेश बंगलोज में रहने वाले विठ्ठल गणेशभाई धामेलिया, अपने भाई विनोदभाई धामेलिया के साथ लिंबायत के नारायण नगर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में स्थित यश वीविंग इकाई का मैनेजमेंट संभालते हैं। 1 फरवरी 2024 को, जब वे गोदाम में माल का निरीक्षण कर रहे थे, तो उन्हें माल कम मिला।
अकाउंटेंट्स की गड़बड़ी कंपनी के हिसाब-किताब का काम देख रहे अकाउंटेंट्स – निमेश प्रवीनचंद्र मैसूरिया (शांतिनगर, अडाजन) और अतुल राकेश चौरसिया (आराधना ग्रीनलैंड, जोलवा गांव, कडोदरा) से पूछताछ की गई। दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने 25 लाख का माल पार्थ टेक्सटाइल्स से और 5 लाख का माल यश वीविंग से, कुल 30 लाख का माल गबन कर नकदी बनाई।
आंशिक भुगतान और बड़े गबन का खुलासा दोनों ने किस्तों में रकम लौटाने का वादा किया और 4.10 लाख रुपये चुकाए। लेकिन बाद में दोनों ने ऑफिस आना बंद कर दिया। हिसाब-किताब की जांच करने पर यह सामने आया कि अप्रैल 2020 से जनवरी 2024 के बीच दोनों ने 1,41,85,000 रुपये का गबन किया।
धमकी और पुलिस शिकायत जब कंपनी ने उनसे वसूली की कोशिश की, तो निमेश ने जहर पीकर आत्महत्या करने और मालिकों को फंसाने की धमकी दी। मामला लिंबायत पुलिस स्टेशन पहुंचा, जहां सब-इंस्पेक्टर डी. आर. ओडेदरा मामले की जांच कर रहे हैं।