पुलिस ने महिला कांस्टेबल मीनाक्षी शर्मा को ब्लैकमेलिंग, धमकी और हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर
महिला कांस्टेबल मीनाक्षी शर्मा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
जालौन: उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के कुठौंद थाने में तैनात इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की 5 दिसंबर को संदिग्ध मौत का मामला लगातार नया मोड़ ले रहा है। शुरुआत में सुसाइड बताई गई यह घटना अब हत्या के कोण पर पहुंच चुकी है। पुलिस ने महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा को गिरफ्तार कर 14 दिनों के लिए उरई जेल भेज दिया है। मीनाक्षी पर ब्लैकमेलिंग, धमकी और हत्या का आरोप है। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल चैट और कॉल रिकॉर्ड से रोज नए खुलासे हो रहे हैं। एसआईटी जांच में यह साफ हो रहा है कि घटना के समय मीनाक्षी इंस्पेक्टर के कमरे में मौजूद थी।

घटना के समय मीनाक्षी कमरे में मौजूद
5 दिसंबर रात करीब 9:15 बजे सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि मीनाक्षी फोन पर बात करते हुए इंस्पेक्टर के सरकारी आवास की ओर जा रही थी। कुछ ही मिनट बाद गोली चलने की आवाज आई। मीनाक्षी ‘गोली मार ली… गोली मार ली’ चीखते हुए बाहर भागी और थाने को सूचना दी। लेकिन पूछताछ में उसने कहा कि जब वह कमरे में पहुंची तो गोली चल चुकी थी। इंस्पेक्टर का शव मच्छरदानी के अंदर खून से लथपथ पड़ा मिला, सर्विस रिवॉल्वर उनके पेट के पास थी। फोरेंसिक टीम ने साइट पर पहुंचकर सबूत इकट्ठा किए।
जालौन इंस्पेक्टर राय की मौत में ब्लैकमेल का एंगल मजबूत हुआ
जालौन में इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय (52) की मौत से कई परेशान करने वाले सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि एसआईटी ने आरोपी महिला कांस्टेबल मीनाक्षी शर्मा (28) से जुड़े कथित ब्लैकमेल, वित्तीय दबाव और सबूतों को नष्ट करने की संभावना की परतें उजागर की हैं। जो शुरू में आत्महत्या लग रही थी, अब उसकी जांच लंबे समय तक उत्पीड़न और जबरन वसूली से प्रेरित मामले के रूप में की जा रही है
ब्लैकमेल, मारपीट का वीडियो और एक महीने तक चला विवाद
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया कि मीनाक्षी और इंस्पेक्टर अरुण के बीच एक महीने से तनाव चल रहा था। आरोप है कि मीनाक्षी ने इंस्पेक्टर पर शारीरिक हमला किया, घटना को रिकॉर्ड किया और उस वीडियो का इस्तेमाल पैसे की उगाही के लिए किया। उसने धमकी दी थी कि अगर इंस्पेक्टर ने पैसे नहीं दिए तो वह वीडियो को उसके परिवार और सहकर्मियों को भेज देगी। “सरल और शांत स्वभाव” के रूप में वर्णित इंस्पेक्टर मीनाक्षी के दबाव में खुद को असहाय महसूस कर रहे थे। तनाव के चलते उन्होंने मानसिक रूप से स्वस्थ होने के लिए नवंबर के मध्य में तीन दिन की छुट्टी लेकर संत कबीर नगर स्थित अपने पैतृक घर की यात्रा की।
5 लाख रुपये के लापता होने से संदेह पैदा हुआ
बड़े भाई अरविंद राय, परिवार के सदस्य शिवम राय और सहयोगियों रामाशंकर पांडे और बबलू पांडे से लगभग 5 लाख रुपये उधार लिए थे। उन्होंने पैसे के उद्देश्य का खुलासा नहीं किया। उनकी मृत्यु के बाद, यह राशि न तो उनके पास मिली और न ही उनके बैंक खातों में। उनके भतीजे प्रशांत ने दावा किया कि परिवार को इस बात का पूरा संदेह है कि लापता पैसा मीनाक्षी के पास है, जो वीडियो लीक करने की धमकी देकर बार-बार उनसे नकदी की मांग कर रही थी।
गोलीबारी की घटना से पहले की घटनाएँ
2 दिसंबर को मीनाक्षी ने मेरठ में अपना जन्मदिन मनाया, जिससे कथित तौर पर इंस्पेक्टर नाराज हो गया।
5 दिसंबर को वह कुथौंड पुलिस स्टेशन परिसर में स्थित उनके सरकारी आवास पर गईं, जहां एक बार फिर तीखी बहस छिड़ गई। इंस्पेक्टर ने उनसे बैठकर बात करने का आग्रह किया; लेकिन उन्होंने वहां से जाने पर अड़ी रहीं। कुछ ही क्षणों बाद गोली चलने की आवाज सुनाई दी। सीसीटीवी फुटेज में मीनाक्षी चीखते हुए बाहर भागती हुई नजर आई। उसने कर्मचारियों से कहा कि “सर ने खुद को गोली मार ली है” और परिसर से भाग गई।
एसआईटी के निष्कर्ष: कांस्टेबल को पहली कॉल, सबूत मिटा दिए गए
एसआईटी की जांच में पता चला कि मीनाक्षी ने सबसे पहले कांस्टेबल अंकित मलिक को फोन किया था, जो उसके साथ मेरठ से आए थे। उस रात वह एक अन्य महिला कांस्टेबल के साथ रुकी, लेकिन उसने गोलीबारी का जिक्र नहीं किया। जांचकर्ताओं को यह भी पता चला कि इंस्पेक्टर की मौत के तुरंत बाद मीनाक्षी ने व्हाट्सएप चैट, कॉल लॉग और अन्य मोबाइल डेटा डिलीट कर दिया था। पुलिस का मानना है कि यह सबूत मिटाने की कोशिश थी, हालांकि अब उसकी मोबाइल लोकेशन और अन्य डिजिटल सुराग जांच के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
- 5 दिसंबर, रात 9:17: इंस्पेक्टर के कमरे में गोली चलने की आवाज सुनाई दी। उनका शव बिस्तर पर मच्छरदानी के अंदर मिला, उनके पेट पर एक सर्विस रिवॉल्वर पड़ी थी और सिर में गोली का घाव था।
- शुरू में पुलिस को संदेह था कि ब्लैकमेल के दबाव में आत्महत्या हुई है।
- अगले दिन, इंस्पेक्टर की पत्नी माया राय ने मीनाक्षी के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसने या तो उसकी हत्या की या हत्या की साजिश रची।
- रविवार को मीनाक्षी को गिरफ्तार किया गया और बाद में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अगले दिन उन्हें निलंबित कर दिया गया।
पुलिस मोर्चे पर फिलहाल दो प्रमुख पहलू चर्चाओं में हावी हैं:
- मीनाक्षी की शादी फरवरी 2026 में होनी है। सूत्रों का दावा है कि वह इंस्पेक्टर से अपनी शादी के लिए 25 लाख रुपये की मांग कर रही थी और इनकार करने पर वीडियो लीक करने की धमकी दे रही थी।
- निगरानी टीमों ने खुलासा किया कि वह तीन फोन और चार सिम कार्ड का इस्तेमाल करती थी, जबकि इंस्पेक्टर के पास तीन सिम थे – अब सभी की जांच चल रही है।











