सूरत बीजेपी नेता आत्महत्या केस.
सूरत के वार्ड नंबर 30 की बीजेपी महिला मोर्चा प्रमुख दीपिका पटेल ने आत्महत्या कर ली थी, जिसका कारण अभी तक सामने नहीं आया है। अब यह केस तीसरे पुलिस इंस्पेक्टर के हाथ में सौंपा गया है। इस जांच में दो PI पहले काम कर चुके थे, और अब तीसरे PI इसे देख रहे हैं, लेकिन आत्महत्या के कारण का रहस्य अभी तक हल नहीं हुआ है। पुलिस अब सिर्फ यह दावा कर रही है कि दीपिका और इस केस में संदेह के घेरे में आए बीजेपी काउंसलर चिराग सोलंकी के मोबाइल फोन के FSL रिपोर्ट पर सब कुछ निर्भर है। अगर कोई संदिग्ध तथ्य सामने आता है तो आरोप दर्ज किए जाने की संभावना है।
सूरत के अलथाण के भीमराड गांव में रहने वाली शहर बीजेपी के वार्ड नंबर 30 की महिला मोर्चा प्रमुख दीपिका नरेशभाई पटेल ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में काउंसलर चिराग सोलंकी के खिलाफ संदेह की सुई उठ रही है। आत्महत्या से पहले चिराग को आखिरी कॉल करना, सबसे पहले दीपिका के घर पहुंचना, शव को अस्पताल ले जाना जैसी घटनाओं ने संदेह पैदा किया था। इस वजह से चिराग शुरुआत से ही संदेह के दायरे में थे और पुलिस ने उनकी दो बार पूछताछ भी की थी।
चिराग रोज दीपिका को 10-15 कॉल करते थे। चिराग दीपिका को बहन मानते थे, यह बात भी चर्चा का विषय बन गई थी। कंठा क्षेत्र में चल रही चर्चा के बीच अलथाण पुलिस ने काउंसलर चिराग सोलंकी से दो बार पूछताछ की थी। हालांकि, पुलिस का कहना है कि चिराग के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। दूसरी ओर, दीपिका के परिवार ने इस मामले में चिराग के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाए हैं, जिससे पुलिस उलझन में है।
दीपिका पटेल की आत्महत्या के समय अलथाण पुलिस स्टेशन के PI का ट्रांसफर हो गया था, जिसके बाद एक दिन की जांच और चिराग की पूछताछ के बाद उनका स्थानांतरण हुआ। फिर यह जांच खटोदरा के PI को सौंप दी गई थी, जिन्होंने चिराग से ढाई घंटे तक पूछताछ की और जांच को आगे बढ़ाया था, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिले। इस बीच, अलथाण PI के रूप में डीडी चौहान की नियुक्ति के बाद अब यह जांच उन्हें सौंपी गई है।
पुलिस अब FSL रिपोर्ट पर निर्भर है। पुलिस ने दीपिका और चिराग के मोबाइल फोन के डेटा की जांच FSL के लिए भेजी है। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। क्या दीपिका ने वित्तीय संकट या व्यक्तिगत कारणों से आत्महत्या की? यह सवाल अब भी अनसुलझा है। वहीं, पुलिस यह भी जांच रही है कि दीपिका या चिराग के फोन के डेटा या चैट डिलीट तो नहीं हुए हैं। पुलिस इस रहस्य को कब उजागर करेगी, इस पर सबकी नजरें हैं।